श्री राधा रमण जी महाराज अपनी कथाओं में परोपकार और समाज सेवा को धर्म का अभिन्न अंग बताते हैं। उनका मानना है कि वास्तविक भक्ति केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि वह दूसरों के दुःख दूर करने में भी निहित है। इसी प्रेरणा से, श्री राधे कल्पतरु फाउंडेशन विभिन्न प्रकार के समाज सेवा के कार्य करती है। यह संस्था गरीबों को भोजन, कपड़े और शिक्षा सामग्री वितरित करती है।